घर में शनि यंत्र स्थापित करने से शनि साढ़े साती और ढैय्या का प्रभाव कम हो जाता है। घर में शनि यंत्र स्थापित करने से मानसिक और शारीरिक बल प्राप्त होता है। घर में शनि यंत्र स्थापित करने से न्याय करने और निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है।
शनि यंत्र स्थापना विधि ( How to Place Shani Yantra? )
- ShanI Yantra स्थापना के लिए शनिवार के दिन प्रातःकाल स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- इसके बाद शनि यन्त्र को शनिदेव की प्रतिमा के साथ रखें और उसपर गंगाजल छिड़कें।
- दीपक और धूप जलाकर शनि के समक्ष फल-फूल अर्पित करें।
- तत्पश्चात शनि बीज मंत्र जाप 11 या 21 बार करें।
प्लेसमेंट: आदर्श स्थान इसे पूजा कक्ष, लिविंग रूम या कार्यालय की दीवार पर उत्तर या पूर्व दिशा की ओर लटकाना है। उत्तर-पूर्व क्षेत्र यंत्रों के लिए आदर्श रूप से अनुकूल है क्योंकि यह वह दिशा है जहां उत्तरी चुंबकीय ध्रुव से बहने वाली ऊर्जा और पूर्व की सूर्य किरणें मिलती हैं।
शनिदेव को पश्चिम दिशा का स्वामी कहा गया है. इस दिशा पर शनिदेव का आधिपत्य होता है.
ज्योतिष शास्त्र में यंत्र पूजा और इस धारण करने को बहुत महत्व दिया जाता है। मान्यता है कि शनि यंत्र की नियमित पूजा और इसे घर में स्थापित करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और जातक को जीवन में शुभ परिणाम मिलने लगते हैं।
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